Start learning 50% faster. Sign in now
द्वंद्व समास में दोनों पद प्रथान होते हैं, और समासीकरण करते समय बीच का योजक चिन्ह लुप्त हो जाता है, और दोनों पदों की प्रधानता बनी रहती है। समास-विग्रह में दोनो पदों का महत्व समान रहता है। ज्ञान-विज्ञान में दोनों पद प्रधान है इसलिये यहाँ द्वंद्व समास होगा।
राज्यपाल किसकी सहमति से किसी राज्य के शासकीय प्रयोजन�...
निम्नलिखित विकल्पों में से कौन सा विकल्प 'क्षेत्रीय कार्�...
राजभाषा आयोग का गठन पहली बार किसकी अध्यक्षता में हुआ था ?
' हाथ कंगन को आरसी क्या ' का सही अर्थ दिए गए विकल्पों में से �...
धुरंधर ’ का अर्थ होगा -
घाट-घाट का पानी पीना
राजभाषा नियम १९७६ के १२ वें नियम के अनुसार अनुपालन का ...
निम्नलिखित कथनों में से सही कथन का चयन करें।
किसी भी राज्य की राजभाषा किस अनुच्छेद के द्वारा अंगी�...
CPI