संबोधन कारक “ जिस संज्ञापद से किसी को पुकारने, सावधान करने अथवा संबोधित करने का बोध हो , 'संबोधन' कारक कहते हैं।” संबोधन प्रायः कर्ता का ही होता है, इसीलिए संस्कृत में स्वतंत्र कारक नहीं माना गया है। संबोधित संज्ञाओं में बहुवचन का नियम लागू नहीं होता और सर्वनामों का कोई संबोधन नहीं होता, सिर्फ संज्ञा पदों का ही होता है।
संबोधन कारक का उदाहरण -- हे इश्वर! सबकी रक्षा करो
उपयुक्त वाक्य में हम देख सकते हैं की, इश्वर को सम्बोधित करके बोला जा रहा हैं की सबकी रक्षा करो तथा इस वाक्य में विभिक्ती चिन्ह (हे) का प्रयोग हो रहा है, अतः यह वाक्य संबोधन कारक का उदाहरण है।
The ratio of the length and area of a rectangle is 1:39. And the ratio of length and breadth 4:3. Find the perimeter of the rectangle.
Calculate the percentage increase in the total profit of all companies combined from 2020 to 2023.
In a class, the ratio of boys to girls is 5:3. If 4 boys and 2 girls leave the class, the ratio of boys to girls becomes 3:2. How many students were the...
A ladder leaning against a wall makes an angle of 60° with the ground. If the ladder is 10 meters long, how high up the wall does it reach?
Which component of a computer is responsible for managing and coordinating various hardware components?
If sin x + sin 2x = 1 and cos x + cos 2x = 0, find x.
A shopkeeper mixes two varieties of tea, one costing ₹300 per kg and the other ₹450 per kg, in the ratio 5:3. He sells the mixture at ₹400 per kg....
Quantity 1 : A has 44% more money than B. If B spends Rs. 1748, he will have 3/8 times as much money as A. What is the total amount of money (in Rs.) wi...