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इस उक्ति में प्रयुक्त ' धर्म ' शब्द का अर्थ है " गुण " या " विशेषता " । यहां ' धर्म ' से तात्पर्य काव्य के ऐसे गुणों से है जो उसकी शोभा , प्रभाव और सौंदर्य को बढ़ाते हैं। अलंकार वे विशेषताएँ या गुण होते हैं जो काव्य में विविधता और सुंदरता लाते हैं , जैसे अनुप्रास , रूपक , उपमा आदि। इसलिए , ' धर्म ' शब्द का मतलब इस संदर्भ में काव्य के वो गुण हैं जो उसे प्रभावशाली और आकर्षक बनाते हैं।
कष्ट से संपन्न होने वाला -
काक का तद्भव शब्द _________ है।
कबीरदास की भाषा क्या थी?
टस से मस न होना का अर्थ है -
निम्नलिखित में से कौन सा सुमेलित युग्म नहीं है
क्रिया विशेषण के कुल कितने भेद है ?
किए हुए उपकार को न मानने वाला-
' पिता ने बच्चे को खेलते देखा ' वाक्य में मोटे अक्षरों व...
वाक्यों के रिक्त स्थानों की पूर्ति के लिए दिए गए चार-चार व�...
जो झगड़ालू होते है सभी उनसे दूर रहना चाहते हैं।’ यह किस प्�...