Start learning 50% faster. Sign in now
जो मुश्किल से प्राप्त हो , उसे " दुर्लभ " या " कठिन " कहा जाता है। इसे " संगीन " या " अत्यधिक दुर्लभ " भी कहा जा सकता है , क्योंकि ये शब्द किसी वस्तु या चीज़ की कठिनाई और विशेषता को दर्शाते हैं जो आसानी से प्राप्त नहीं होती।
‘निंदा’ का विलोम है-
तद्भव शब्द है __________
'तिरछा' किस प्रकार का विशेषण है?
'दाल-भात में मूसलचंद' लोकोक्ति का आशय है:
आह्वान का 'तद्भव' है-
निम्नलिखित में से कौन-सा वाक्य शुद्ध है?
'तुम खा रहे हो' वाक्य में सहायक क्रिया है
निम्नलिखित शब्दों में से make over का विधिक शब्दावली के अनुसा...
किस विकल्प में मुहावरे के सामने उसका सही अर्थ है ?
जब वाक्य लिखते समय कोई ऐसा पद जो उस वाक्य में आना आवश्यक है,...