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जिस क्रिया से ज्ञान हो कि कर्ता स्वयं कार्य को न करके किसी अन्य को कार्य करने की प्रेरणा देता है वह प्रेरणार्थक क्रिया कहलाती है। मूलतः द्वी अक्षरी धातुओं में आना तथा वाना जोड़ने से प्रेरणार्थक क्रियाएँ बनती हैं बुला +आना =बुलाना जीत+ना =जीतना जाग +ना =जागना ओढ़+ना =ओढना केवल बुलाना में ही आना जोड़ा गया हैं
वह अपनी समस्या का हल खुद निकालने में सक्षम हैं।
मधुमेह, उच्च रक्तचाप और अन्य हृदय संबंधी बीमारीओं से _____________...
निर्देश - वाक्य के अशुद्ध भाग का चयन कीजिए –
आर्थिक स्तर पर देखें तो इंटरनेट की मदद से कोई भी विश्व ...
मुझे बहुत ही मीठा खाना पसंद करती हूँ।
शेखर ने ( 1) / हाथ से ( 2) / झाडू लगाया ( 3) / घर में ( 4) वाक्य संरचन...
निम्न लिखित प्रत्येक प्रश्न को चार भागों में बांटा गय...
निम्न में से अशुद्ध वाक्य है :-
निम्नलिखित में से कौन सा वाक्य शुद्ध है ?
निम्न लिखित प्रत्येक प्रश्न को चार भागों में बांटा गय...