अघोष वह ध्वनियाँ (विशेषकर व्यंजन ) होती हैं जिनमें स्वर-रज्जु में कम्पन नहीं होता है। इसके विपरीत घोष वह ध्वनियाँ होती हैं जिनमें स्वर-रज्जु में कम्पन होता है। उदाहरण के लिए "प" एक अघोष ध्वनि है जबकि "ब" एक घोष ध्वनि है। [1] इसी तरह "स" और "श" दोनों अघोष है , जबकि " ज़ " घोष है। देवनागरी के हर नियमित वर्ग में पहले दो वर्ण अघोष और उन के बाद के दो घोष होते हैं। क/ख , च/छ , त/थ , ट/ठ , प/फ अघोष हैं , जबकि ग/घ , ज/झ , द/ध , ड/ढ , ब/भ घोष
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